घोर रूपिणी वशीकरण
यह साधना बहुत ही तीक्ष्ण
प्रभाव रखती है। इसका उपयोग शत्रु, उच्च अधिकारी, रूठी
हुई पत्नी या पति
को वश में
करने के लिए
किया जाता है। यह भी
ध्यान रखे के
किसी भी अनुचित
कार्य के लिए
यह प्रयोग न करे
अथवा आपको हानि होगी। इसका प्रयोग अपने
शत्रु, उच्च अधिकारी, पत्नी अथवा पति को
अनुकूल बनाने के लिए
प्रयोग करे।
साधना विधि –
किसी भी अमावस्या, ग्रहण काल , दीपावली आदि शुभ मुहूर्त में शुरू करे, नीचे दिए गये मन्त्र का ११००० की संख्या में जाप करके (7 दिन में) सिद्ध कर ले फिर कोई भी खाद्य पदार्थ, भोजन आदि जब भी आप करने बैठे उसे 7 वार अभिमंत्रित कर जिसका भी नाम लेकर खाया जाता है उसका निश्चय ही वशीकरण हो जाता है और वह आपके अनुकूल कार्य करने लगेगा और आपकी आज्ञा का पालन करेगा।
१. किसी बेजोट पर एक लाल कपड़ा बिछा दे उसके उपर एक नारियल, तिल की ढेरी पर स्थापित करे।
२. नारियल का पूजन करे उस पर सिंदूर का तिलक करे धूप दीप आदि से घोर रूपिणी को स्मरण करते हुये पूजन करे।
३. मिठाई का भोग लगाए।
४. दिशा दक्षिण की तरफ मुख रखे।
५. आसन कंबल का ले या कोई भी ऊनी आसन ले ले।
६. माला काले हकीक या रुद्राक्ष की ठीक रहती है।
७. वस्त्र किसी भी तरह के पहन ले। इस साधना को शाम 8 से 10
बजे के बीच कभी भी शुरू कर ले।
८. मंत्र जाप पूरा हो जाए तो नारियल किसी भी शिव मंदिर या काली मंदिर में कुछ दक्षिणा के साथ चढ़ा दे और सफलता के लिए प्रार्थना करे।
९. गुरु पूजन और गणेश पूजन हर साधना में अनिवार्य होता है इसका ध्यान रखे।
मंत्र :- || ॐ नमः कट विकट घोर रूपिणी स्वाहा ||
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