Thursday, 17 September 2015

गणेश चतुर्थी


आज श्री गणेश चतुर्थी है। आज के दिन भगवान गणेश अपनी माता पारवती जी की आज्ञा से  पूरे दस दिनों के लिए पृथ्वीवासियों के विघ्नों का नाश करने भूलोक पर अवतरित होते है।  गणपति बप्पा अपने सभी भक्तो के दुखों व विघ्नो को दूर करके उन्हे खुशहाली प्रदान करते है.

ज्योतिषीय उपायों  के अनुसार जिन जातको की  जन्मपत्रिका में बुध ग्रह कमजोर होकर या अस्त होकर विराजित है या जिन जातको का व्यापार सही नहीं चलता या जिन्हे मानसिक परेशानी ज्यादा रहती है या जिन जातको की अपनी बहन बेटी भुआ भाभी नौकरानी और नर्स आदि से नहीं बनती उन्हे ये उपाय अवश्य करने चाहिए।
 आप आज ही बप्पा की प्रतिमा लाकर स्थापित करे.
रोज़ आरती करे।  सुबह हो सके तो पंच मेवा का भोग अर्पित करे  और शाम को मूंग की दाल के लाडू या मोदक का भोग अर्पित करे।
प्रतिदिन 3 या 5 तार की 21 दूब गणेश जी पर नीचे दिए गए किन्ही 21 मंत्रो द्वारा अर्पित करे।
प्रतिदिन सुबह 21 दाने साबुत मूंग के गणेश जी पर नीचे दिए गए किन्ही 21 मंत्रो द्वारा अर्पित करे।
मन्त्र : १ ॐ  गं गणपत्ये नमो नमः  .
२ ॐ सिद्धि विनायक नमो नमः
३ ॐ अष्टविनायक नमो नमः
४ ॐ उमापुत्राय नमो नमः
५ ॐ गौरीसुताय नमो नमः
६ ॐ शिवललाय नमो नमः
७ ॐ एकदंताय नमो नमः
८ ॐ विघ्नहर्ताय नमो नमः
९ ॐ वक्रतुण्डाय नमो नमः
१०ॐ गणाध्यक्षयाय नमो नमः
११ ॐ रिद्धि सिद्धि दताये नमो नमः
१२ ॐ लम्बोदराय नमो नमः
१३ ॐ गजाननाय नमो नमः
१४ ॐ गणेशाय नमो नमः
१५ ॐ शूर्पकर्णाय नमो नमः
१६ ॐ वरदाय नमो नमः
१७  ॐ सुमंगलाय नमो नमः
१८ ॐ चिन्तामणये नमो नमः
१९ ॐ सर्वांगसुंदराय नमो नमः
२० ॐ विद्यगणेशाय नमो नमः
२१  ॐ आशापुरकाय नमो नमः ।

२२ ॐ मोहवर्जिताय नमो नमः।


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