Saturday, 26 September 2015

सूर्य + राहू (ग्रहण योग)


जातक या जातिका के जन्मपत्रिका में यह योग चाहे किसी भी भाव में हो, नुक्सान ही करता है। इस योग के होने पर जातक या जातिका के पास सब कुछ होते हुए भी हमेशा यही लगता है कि उसके पास कुछ भी नहीं है। यह योग जातक या जातिका के आत्मविश्वास में कमी करता है और साथ ही ये योग जॉब सिक्योर नहीं होने देता। यदि जातक या जातिका सरकारी नौकरी करता है, और पत्रिका में इस योग के विशेष प्रभावी होने पर अपनी सरकारी नौकरी भी छोड़ कर आ सकता है। ऐसे जातक या जातिका का पिता और खुद या तो बहुत तेज तर्रार होते है और या बिलकुल ही शांत होते है।  ऐसा जातक या जातिका ताउम्र आत्मपीड़ित रहता है। यदि पत्रिका में यह युति सप्तम भाव में है जो की जातिका के वैवाहिक जीवन में कष्ट प्रदान करती है। अतः इसका उपाय अवश्य करवाना चाहिये। 

उपाय :- 1) यह योग जन्मपत्रिका के जिस भाव में हो, उतनी ही मात्रा में सूर्य के शत्रु ग्रहो (शनि, राहू और केतु) का समान ले, और ग्रहण अवधि में मध्यकाल में अपने सिर से सात बार एंटीक्लॉक वाइज उसारा करके किसी भी नदी के तेज बहते जल में प्रवाहित दे। जैसे की इस पत्रिका में यह युति सप्तम भाव में है तो इसलिए जातक या जातिका को 700 ग्राम सरसो का तेल, 700 ग्राम साबुत बादाम, 700 ग्राम लकड़ी के कोयले, 700 ग्राम सफ़ेद व काले तिल मिलेजुले, 7 नारियल सूखे जटावले और बजने वाले तथा 70 सिगरेट बगैर फ़िल्टर वाली ले। 
2) कम से कम 60 ग्राम का शुद्ध चांदी का हाथी जिसकी सूंड नीचे की और हो, अपने घर पर लाकर चांदी या स्टील की कटोरी में गंगाजल भरकर उसमे खड़ा करके अपने बेड रूम में रखें। ध्यान रखे की इस हाथी पर सूर्य की रौशनी न पहुँचे। 
3) सूर्य की किरणें सीधे अपने सिर पर न पड़ने दे अर्थात अपना सिर ढक कर रखें।
4) अपने पुश्तैनी मकान की दहलीज के नीचे चांदी का पतरा या तार बिछाए। 
5) राहु से सम्बंधित कोई भी वस्तु अपने घर पर न रखें और न ही उनका सेवन/ग्रहण करे। जैसे कि : नीला और सलेटी रंग, तलवार, अभ्रक, खोटे सिक्के (जो आज चलन में नही है), बंद घड़ियाँ, बारिश में भीगी लकड़ी, जंग लगा लोहा, ख़राब बिजली का समान, रद्दी, लकड़ी के कोयले, धुँआ, टूटे-फूटे खिलौने, टूटी-फूटी चप्पलें, टूटे-फूटे बर्तन, खली डिब्बे, टूटा हुआ शिक्षा, ससुराल पक्ष, मूली या इससे बनी  वस्तु, जौ या इससे बनी कोई वस्तु, नारियल (कच्चा या पक्का) या इससे बनी कोई भी वस्तु, नीले जीव, नीले फूल या नीले रंग के कोई भी वस्तु आदि।   
6) अपने घर की छत, सीढ़ियों के नीचे का स्थान और लेट्रिंग-बाथरूम सदा साफ़ रखें। 
7) लाल और नीले कलर का कॉम्बिनेशन या ये दोनों कलर अलग अलग कभी भी धारण न करे। 
8) अपने जीवन में कभी भी मांस-मदिरा, बीयर, तम्बाकू आदि का सेवन न करें। 
9) यदि सूर्य नीच का हो तो पूर्व की और मुख करके कभी भी पूजा न करे। 
10) पूर्व की और मुख करके शौच क्रिया न करें। 






      

No comments:

Post a Comment